कहते है, “पुलिस ऑफिसर्स पर ज़िम्मेदारी का सवाल होता है, इसलिए इन्हें खुद से ज़्यादा दूसरा का ख्याल होता है।” कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है और अगर बात करी जाए भारत की, तो कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। लॉकडाउन के दौरान गुलाबी नगरी की चार दीवारी को बखूबी नियंत्रित रखा और जनता की देखरेख का ख्याल रखी। अजय पाल लांबा 2005 बैच के IPS अधिकारी हैं और जयपुर के इस वक्त एडिशनल कमिशनर हैं। इन्हीं के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आसाराम को गिरफ्तार किया था। अजय पाल लांबा से कोरोनावायरस और उनके द्वारा लिखी पहली किताब- “GunningForTheGodman” . अजय पाल लांबा ने पुरे जयपुर शहर की व्यस्था को नियंत्रित कर रखा है और सबसे ख़ास बात ये है की अब कोरोनावायरस के ज़्यादा मामले जयपुर हेरिटेज में नहीं जयपुर ग्रेटर में आ रहे है। इसी को लेकर “दी आवाज़’ ने अजय पाल लांबा से करी ख़ास बातचीत। देखे वीडियो।