ऐसा मैंने क्या करा की मुझे ऐसी हालत में छोड़ गए। नागौर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको लोगो ने झकझोर के रख दिया। कोई भी माता पिता एक मासूम बच्ची जो महज़ एक दिन की हो उसको कैसे फैंक सकते है। एक माँ जसिको भगवान का रूप बोलते है वह ऐसा कैसे कर सकती है।
आपको बताते है एक ऐसा मामला जो आपकी रूह काँप सकता है। सुबह का समय जब गाँव के लोग एक मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे तब उनकी नज़र एक प्लास्टिक बैग पर पड़ी जिसमे कुछ सामान जैसा पड़ा हुआ था और जब पास जाके देखा तो एक नवजात बच्ची पूरी तरह धुप से झुलसी हुई उसमे पड़ी हुई थी। मंदिर से करीब 100 मीटर की दूरी पर उसका शव कूड़े की तरह फैंका हुआ था। ऐसा माना जा रहा है की जन्म के बाद ही उसको फैंक दिया गया। इस भयानक हादसे के बाद लोग काफी विचलित हो गए और फ़ौरन पुलिस को खबर की गयी। पुलिस के पहुंचते ही नवजात के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया और उसकी जांच पड़ताल शुरू हो गयी।
बच्ची का शव पूरी तरह से झुलसा हुआ था और ऐसा बोला जा रहा है की बच्ची को दोपहर में ही फैंक दिया गया था। पुलिस इस जांच में लगी है की उसे कब और किसने फैका? साथ ही ये भी पता लगा रहे है की बच्ची पहले से मृत थी या फेंकने के बाद उसकी मौत हुई? पर जिस हालत में बच्ची को छोड़ा गया उससे ऐसा लग रहा था की उसको ज़िंदा ही फैंका गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच के बाद ही इस सवाल का जवाब मिल पायेगा। लोगो का कहना है की पालने में ही डाल जाते तो जिंदगी बच जाती। दरअसल सरकार ने राजकीय सामान्य चिकित्सालय में पालना गृह बना रखे है जिसमे अनचाहे बच्चों को रखने के लिए पालना भी है। इसमें डालने वाले की पहचान भी नहीं होती है।
पुलिस आसपास के नर्सिंग होम और अस्पतालों में जांच कर रही है और साथ ही इलाको में काम करने वाली आशा बहुएं व अन्य हेल्थ वर्कर्स से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस को आशंका है कि इसके दो कारण हो सकते है, या तो अनचाहा गर्भ या फिर लड़की हुई इसी लिए उसको फैंका गया। ऐसे मामले सुनकर कोई भी एक बार को सोचेगा की कैसी मानसिकता होगी उन माँ बाप की जिसने इस नवजात को इतनी बुरी हालत में छोड़ दिया।